तेरे हुस्न का जादू चल गया है, इंतजार हम कबसे करते है, तेरे हुस्न का जादू चल गया है, इंतजार हम कबसे करते है,
तुम आओ तो महफ़िल सजाऊँ, मयखाने में मैं शोर मचाऊँ। तुम आओ तो महफ़िल सजाऊँ, मयखाने में मैं शोर मचाऊँ।
तुम कितनी सुलझी हुई हो ना, जैसे की कोई रेशम का धागा, कितना भी करो हमेशा सुलझा। तुम कितनी सुलझी हुई हो ना, जैसे की कोई रेशम का धागा, कितना भी करो हमेशा सुलझा।
अँखियों में काजल, लगाया है तूने, पलकें नचाती है तू, मुझ को ललचाने अँखियों में काजल, लगाया है तूने, पलकें नचाती है तू, मुझ को ललचाने
मिलकर चलो ख़ुशियाँ फैलाएँगे प्रीत की डोरी से जग को बाँधेंगे! मिलकर चलो ख़ुशियाँ फैलाएँगे प्रीत की डोरी से जग को बाँधेंगे!
पुष्प-सार का है मधुवन पुष्प-गुच्छक से झूमे उपवन। पुष्प-सार का है मधुवन पुष्प-गुच्छक से झूमे उपवन।